कुछ ख्वाब हकीकत में बदल जाते है..
कुछ को हकीकत में बदलने का ख्वाब होता है!!
मैंने भी एक ख्वाब देखा है..
जो साँस लेता है मेरी सांसो में..
की
बहते हुए सूरज से पूछू..
सेहर का आलम!!
गिरते दरख्त से पूछू..
वो दिन बहार के!!
फूलो से पूछू..
की वो रंगत किधर गयी??
शायद ये भी खुशनुमा थे हमारी ही तरह
शायद ये भी कभी हँसते थे..
शायद इनका भी दिल टूटा है
हमारी ही तरह!!